ग्रामीण क्षेत्र में स्वरोज़गार की तलाश कर रहे सभी युवाओं और महिलाओं के लिए एक सुनहरा मौका आ गया है। सरकार ने मुर्गी पालन लोन योजना (Poultry Farming Loan Yojana) के तहत फॉर्म भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस योजना का मकसद है कि ग्रामीण जनता को मुर्गी पालन जैसे लाभदायक व्यवसाय से जोड़ा जाए और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया जाए।
क्या है मुर्गी पालन लोन योजना?
यह योजना केंद्र और राज्य सरकारों की संयुक्त पहल है, जिसके तहत इच्छुक लोग कम ब्याज़ दर पर लोन लेकर मुर्गी पालन यूनिट शुरू कर सकते हैं। इसके साथ ही, कई राज्यों में सरकारी सब्सिडी (50% तक) भी दी जा रही है ताकि शुरुआती निवेश का बोझ कम हो।
कौन ले सकता है लाभ?
✅ 18 वर्ष से अधिक आयु के पुरुष और महिलाएं
✅ ग्रामीण या अर्ध-शहरी क्षेत्र के निवासी
✅ जिनके पास पशुपालन या खेती की थोड़ी भी जानकारी है
✅ स्वयं सहायता समूह (SHGs) या किसान उत्पादक संगठन (FPOs) भी आवेदन कर सकते हैं
कितनी मिलेगी राशि?
लोन की राशि आवेदक की योजना और स्केल के अनुसार तय होती है:
- छोटे स्केल पर: ₹50,000 तक
- मध्यम स्केल पर: ₹1 लाख – ₹3 लाख तक
- बड़े स्केल पर (कमर्शियल फार्मिंग): ₹5 लाख – ₹10 लाख तक
ज़रूरी दस्तावेज़:
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक
- राशन कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- भूमि दस्तावेज़ (यदि अपनी ज़मीन है)
- योजना का प्रोजेक्ट रिपोर्ट / लागत विवरण
कहां से भरें फॉर्म?
ऑनलाइन आवेदन के लिए आप अपने राज्य की पशुपालन विभाग या ग्रामीण विकास विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं। कुछ महत्वपूर्ण पोर्टल:
नाबार्ड पोर्टल: https://www.nabard.org
AGMARKNET (ग्रामीण कृषि पोर्टल): https://agmarknet.gov.in
राज्य पशुपालन विभाग की वेबसाइट (राज्यवार लिंक अलग हैं)
आवेदन की अंतिम तिथि:
इस योजना के अंतर्गत आवेदन की अंतिम तिथि राज्य सरकार द्वारा तय की जाती है। जल्द से जल्द आवेदन करना फायदेमंद रहेगा क्योंकि सब्सिडी सीमित है।
क्यों चुनें मुर्गी पालन?
- कम लागत, ज़्यादा मुनाफ़ा
- सरकारी सहायता और प्रशिक्षण
- ग्रामीण महिलाओं के लिए स्वरोज़गार का सशक्त साधन
- अंडे और चिकन की लगातार मांग
निष्कर्ष:
मुर्गी पालन लोन योजना सिर्फ एक आर्थिक योजना नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ा कदम है। अगर आप भी अपने सपनों का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, तो अब समय है — फॉर्म भरें और अपने व्यवसाय की नींव रखें।